20 जनवरी को विदेश मंत्री जयशंकर अमेरिका का दौरा करेंगे। यहां वे नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शपथग्रहण में भाग लेंगे। इसके लिए भारत को शपथग्रहण आयोजन समिति ने न्योता भेजा है। X ने विदेश मंत्रालय से इसकी जानकारी प्राप्त की।
साथ ही, जयशंकर इस दौरान ट्रम्प प्रशासन में शामिल होने वाले मंत्रियों और विविध देशों से आए नेताओं से मुलाकात करेंगे। अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प आज शपथ लेने वाले हैं।
उनकी जीत राष्ट्रपति चुनाव में कमला हैरिस से हुई है। डोनाल्ड ट्रम्प ने चुनाव में 312 इलेक्टोरल वोटों से जीत हासिल की, जबकि कमला हैरिस को केवल 226 वोट प्राप्त हुए। चुनाव जीतने के लिए प्रत्याशी को 270 इलेक्टोरल वोट चाहिए।

कैसे शपथ ग्रहण होगा?
20 जनवरी, सोमवार को ट्रम्प का शपथग्रहण अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में दोपहर 12 बजे होगा। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के प्रमुख जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स इस दौरान उन्हें राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाएंगे।
21वीं सदी में कोई अमेरिकी राष्ट्रपति छुट्टी वाले दिन पद की शपथ नहीं लेगा। ट्रम्प और जेडी वेंस दोनों उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। राष्ट्रपति से पहले उपराष्ट्रपति को शपथ दिलाई जाती है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने शपथ ग्रहण समारोह के लिए लगभग 1400 करोड़ रुपये यानी करीब 170 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। CNN ने बताया कि टेक्नोलॉजी कंपनियों और प्रमुख दानदाताओं ने ट्रम्प को समारोह के आयोजन के लिए धनदान दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार ट्रम्प की टीम ने आयोजन से पहले 200 मिलियन डॉलर, या लगभग 1700 करोड़ रूपए इकट्ठा करने का प्रयास किया है।

ट्रम्प की जीत पक्की हुई
डोनाल्ड ट्रम्प की राष्ट्रपति चुनाव जीत सुनिश्चित हो गई है। 6 जनवरी को अमेरिकी संसद में इलेक्टोरल कॉलेज के राष्ट्रपति चुनाव के वोटों की गिनती हुई। ट्रम्प की जीत के बाद उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने आधिकारिक घोषणा की।
5 नवंबर को पहले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान हुआ था। अगले 24 घंटों में चुनाव का परिणाम स्पष्ट था। हालाँकि कमला हैरिस ने चुनाव के दो महीने बाद ट्रम्प की जीत पर मुहर लगाई है।
ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह और इस महीने के अंत में होने वाले अमेरिकी संसद के जॉइंट सेशन के लिए कैपिटल हिल के चारों ओर बाड़ लगाई गई थी, साथ ही भारी सुरक्षा इंतजाम किए गए थे।