सहकारी बैंक का घोटाला 14 लाख का नहीं 2 करोड़ 47 लाख का हुआ था 123 किसानों के खातो से निकाली गई थी राशि, आज तक घोटाला करने वालो के ऊपर नही की गयी कार्यवाही

जिला सहकारी बैंक की शाखा तोरवा में 2 करोड़ 47 लख रुपए का गड़बड़ी का मामला सामने आया है इससे पहले सहकारी बैंक के द्वारा इस मामले को दबाते हुये सिर्फ 14 लाख रुपए की एफआईआर कराई थी अब इस मामले में सहकारी बैंक की ओर से नए सिरे से पूरी जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंपी गई है इसे पूरक चालान के तौर पर शामिल किया जा रहा है इसके साथ ही मामले में आरोपी बनाये गये लोगों की जमानत खारिज करने की बात भी कही है सहकारी बैंक के सीईओ के मुताबिक 123 किसानों के खातो से यह राशि निकाली गई थी विस्तृत जांच में यह बात सामने आई है गौरतलब है कि सहकारी बैंक की तोरवा शाखा मैं पदस्थ खुशबू शर्मा 2012 से बैंक में लिपिक सह कंप्यूटर ऑपरेटर का कार्य करती आ रही थी उन्हें 2014 में कैशियर की जिम्मेदारी दी गई और वह बैंक में राशि जमा करने वाले किसानों की राशि को उनके पासबुक में मैन्युअल दिखा देती थी लेकिन उसे राशि को बैंक में जमा करने के बजाय अपने घर ले जाती थी 8 सालों तक यह खेल चलता रहा

बैंक की नई जांच रिपोर्ट पूरक चालान के रूप में शामिल होगी

पांच जिलों के कलेक्टर और तहसीलदारों को पत्र लिखा

मामला सामने आने के बाद तत्कालीन सीईओ श्रीकांत चंद्राकर के आदेश पर शाखा प्रभारी हितेश सलूजा ने सिटी कोतवाली में कम्पुटर ऑपरेटर खुशबू शर्मा के खिलाफ FIR दर्ज कराई फिर खुशबू शर्मा को जेल भेज दिया गया था बाद में जमानत लेकर खुशबू शर्मा बाहर आ गई इसके साथ ही बैंक की ओर से पांच जिलों के कलेक्टर और तहसीलदार को पत्र लिखा गया जिससे आरोपी महिला कैशियर खुशबू शर्मा उनके पति शशांक शास्त्री सास जनकी शास्त्री और उनके पति के नाम से इन जिलों में जितनी भी संपत्ति है उनकी जानकारी मांगी गई

किसानों को सरकारी बैंक के प्रॉफिट मध्य से पूरा भुगतान किया गया

गौरतलब है कि उस दौरान 80 लख रुपए की गड़बड़ी बैंक अधिकारियों ने खुद ही स्वीकार की थी लेकिन बाद में 14 लाख का घोटाला होना बताते हुए इसके बाद में कंप्यूटर ऑपरेटर से 12 लाख की राशि जमा कराते हुए बची हुई राशि का भी जल भुगतान करने का आश्वासन देकर न्यायालय मैं मदद की गई है सहकारी बैंक में करीब ढाई करोड़ का घोटाला किया गया है उसे महज 14 लाख बताते पूरे मामले को ही दबाने का प्रयास किया गया है जिला सहकारी बैंक के सीईओ सुनील सोनी के मुताबिक यह गंभीर मामला है इसे दबाने का प्रयास किया गया है इसके लिए अब नए सिरे से पुलिस को नई रिपोर्ट की कॉपी सौपी गई है सीआईओ के मुताबिक जिन किसानों के खाते से रकम निकाली गई थी उसे सरकारी बैंक के प्रॉफिट मद से पूरा भुगतान कर दिया गया है ध्यान रहे कि तोरवा शाखा में 6000 लोगों के खाते हैं

नये सिरे से सौपी गई रिपोर्ट

जय गंभीर मामला है इसे दबाने का प्रयास किया गया इसलिए अब नए सिरे से पुलिस रिपोर्ट सौंप गई है 123 किसानों के खाते में 2 करोड़ 47 लख रुपए की रकम निकाली गई है जिन किसानों के खाते में रकम निकाली गई थी उन्हें सरकारी बैंक के प्रॉफिट मद से पूरा भुगतान कर दिया गया है मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुनील सोढी जिला सहकारी बैंक बिलासपुर के द्वारा संज्ञान में लाया गया है

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